भारतीय क्रिकेट टीम समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है। युवा खिलाड़ियों को लगता है मौके दिए जा रहे हैं, वही सीनियर खिलाड़ियों पर भी नई ज़िम्मेदारी डाली जा रही है। भारतीय टीम के युवा स्टारगिल को लेकर एक बारी चर्चा की विषय बन गई है। शुभम गिल को हर तरफ से रोल किया जा रहा है। पूर्व भारतीय उपनूर और मौजुद क्रिकेटर विशेषज्ञ गौतम गंभीर ने बदलाव दिया है कि शुभम गिल को टी20 क्रिकेट से कुछ समय का ब्रेक देना चाहिए। क्योंकि शुभम् गिल का परफॉर्मेंस अभी अच्छा नहीं आ रहा है। लगतार फ्लॉप हो रहा है।
इस बयान ऐसे समय में आना जब भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच टी20 सीरीज चल रही है और तीसरे टी20 मुकाबले से पहले भारत के बल्लेबजों पर खास दबाव देखने को मिल रहा है। अगर बल्लेबज में सुधार नहीं हुआ तो फिर अगला मैच हाथ से निकल जाएगा।
शुभमन गिल: खिलाड़ी पर कोई शक नहीं।
सुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहा जाता है, क्योंकि ये खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करता है। एक दिन में शतक पर शतक लगता है। आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष खिलाड़ियों में इनका भी स्थान है। इन सबके बावजूद टी20 टूर्नामेंट में गिल का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं हो रहा है। खास कर एचएएल के मैचों में उनकी स्ट्राइक रेट और बड़े बेटे देखने को नहीं मिल रहा है, इसलिए क्रिकेट प्रीमियर के द्वार गिल पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
गौतम गंभीर ने क्या कहा:
गौतम गंभीर का मानना है कि दिल को एक साथ बहुत ज्यादा जिम्मेदारी दे दी गई है। कप्तान, अलग-अलग फॉर्मेट और लगतार क्रिकेट ने उनके खेल पर असर डाल दिया है। ऐसे में उन्हें ब्रेक देना बहुत ज्यादा जरूरी है और सही फैसला भी हो सकता है।
गंभीर का यह भी कहना है कि हर खिलाड़ी हर फॉर्मेट के लिए फिट नहीं होता और टी20 की मांग बिल्कुल अलग ही होती है।
एक साथ बहुत ज़्यादा ज़िम्मेदारी देना यही सबसे बड़ी समस्या है।
सुमन गिल इस समय तीन फ़ॉर्मेट खेल रहे हैं
IPL में कप्तानी भी कर चुके हैं
टीम इंडिया के लीडिंग बल्लेबाज़ों में से एक है
मीडिया और फ़ैन्स की उम्मीदों का बोझ बन चुका है।
इतनी कम उम्र में इतनी ज़्यादा ज़िम्मेदारी किसी भी खिलाड़ी के प्रदर्शन को असरदार ज़रूर कर सकती है। मानसिक थकावट आज के क्रिकेटर में एक बड़ी समस्या बन चुकी है। इसलिए गिल को अब कुछ समय का आराम देना चाहिए।
IND vs SA सीरीज और बल्लेबाजों की चुनौती
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज में:
भारतीय बल्लेबाजों को तेज पिच और उछाल से हो रही परेशानी
मिडिल ऑर्डर का स्थिर प्रदर्शन
पावरप्ले का सही इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना।
तीसरे टी20 में पहले टीम मैनेजमेंट ने बल्लेबजों के लिए तंस दिलीप और नेट सेशन रखे हैं ताकि कमजोरियों को सुधारा जा सके। ख़ासकर गिल और सूर्या को।
ब्रेक देना क्यों फायदेमंद मंद हो सकता है?
गौतम गंभीर के सुझाव के पीछे मजबूत तर्क छिपा है।
मानसिक रूप से फ्रेश होने का मौका मिलेगा
T20 और स्किन पर अलग से काम करेगा
फॉर्मेट स्पीड तैयार करेगा
आत्मविश्वास दोबारा हासिल करना।
पहले भी विराट कोहली, रोहित शर्मा, और बड़े बड़े दिग्ग्ज खिलाड़ियों को ब्रेक लेकर शानदार वापसी की गई थी।
क्या शुभम गिल को टी-20 से बाहर कर देना चाहिए
हां सवाल बहुत ज्यादा संवेदनाशील है, लेकिन गिल को बाहर करना नहीं, बल्कि सही तरीके से मैनेज करना जरूरी होता है।
संभवित विकल्प:
कुछ टी20 मैचों से आराम देना चाहिए
घरेलू क्रिकेट या आईपीएल पर फोकस करना चाहिए
टी20 स्पेस लिस्ट में खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।
भारत का भविष्य और युवा खिलाड़ी
भारत के पास आज T20 फॉर्मेट में बहुत ज्यादा ऑप्शन है।
जैसे – यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, सूरी कुमार यादव, तिलक वर्मा, और ऐसे खिलाड़ी टीम मैनेजमेंट के पास गिल को ब्रेक देने का ऑप्शन मिल गया है।
तीसरा टी20 से पहले क्या बदलाव होगा
जी हां दोस्तों जैसे कि गौतम गंभीर ने लिया था बड़ा फैसला कि तीसरे टी20 से पहले करेंगे बहुत बड़ा बदलाव।
बल्लेबजों को खास ट्रेनिंग दीया जाएगा
राजनीति में बदलाव किया जाएगा
मंथन पर ओपनिंग कॉम्बिनेशन
अगर भारत को सीरीज में बढ़ाना है तो बल्लेबजों को जिम्मेदारी लेनी होगी।